छठ पूजा
माता सीता ने राम को ब्रह्म-हत्या के पाप से बचाने के लिए किया था छठ व्रत
वैसे तो छठ की शुरुआत को लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं। लेकिन इसमें से दो प्रमुख हैं। कहा जाता है कि रावण को मारने के बाद भगवान राम पर ब्रह्महत्या का पाप लगा था। अपने पति को इस पाप से मुक्त करने के लिए माता सीता ने मुद्गल ऋषि के कहने पर सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया था। उन्होंने छह दिनों तक सूर्य भगवान और छठी माता की पूजा कर भगवान राम को ब्रह्महत्या के पाप से उबारा।
पांडव जुए में हार गए थे राजपाट, छठ करके द्रौपदी ने लौटाया
छठ पूजा की एक कथा महाभारत से भी जुड़ती है। लोक मान्यता के अनुसार, जब पांडव जुए में अपना पूरा राजपाट कौरवों से हार गए तो द्रौपदी ने छठ का व्रत किया। जिसके बाद पांडवों को उनका राजपाट वापस मिल गया।
कर्ण भी सूर्य भक्त थे। वो रोज कमर तक पानी में खड़े होकर सूर्य भगवान को अर्घ्य देते थे। आज भी छठ में भी महिलाएं इसी तरह अर्घ्य देती हैं।
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