पन्ना रत्न
रत्न शास्त्र के अनुसार, पन्ना रत्न बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है | इसे धारण करने से व्यक्ति के जीवन में कई सफलता के मुकाम हासिल करने का योग बनता है | पन्ना सुंदर हरे रंग का चमकदार पारदर्शक बहुमूल्य रत्न है | यह बुध ग्रह का रत्न है | पन्ना की कठोरता 4.5 से 8 तक होती है वैसे तो उत्तम कोटि का बेदाग और हरित आभा वाला पन्ना दुर्लभ है फिर भी आजकल के उपलब्ध पन्नों में उत्तम कोटि का पन्ना वही होता है जो लोचदार वजन में भारी हो स्पर्स में कोमल कमल के पत्ते या इमली के पत्ते जैसा उज्जवल हरे रंग का हो | अमेरिकी रूस का पन्ना उत्तम माने जाते हैं ज्योतिष शास्त्र में बुध की कमजोरी को दूर करने के लिए पन्ना धारण करने की सलाह दी जाती है लेकिन धारण करने के लिए शुद्ध एवं दोष रहित पन्ना ही उपयोगी होता है अगर दोषपूर्ण पन्ना धारण कर भी लिया जाए तो उससे अच्छे परिणाम के बाजए दुष्परिणाम अधिक मिलते हैं | गलत रत्न धारण करने से अधिकतर नपुंसकता एवं मानसिक रोग बढ़ जाते हैं इससे बेहतर तो यही होगा कि पन्ना रत्न पहने ही नहीं | रत्न पहने से पहले उसे शुद्ध करवा कर व उस ग्रह से संबंधित पूजा व दान अवश्य करे |
यदि बुध दस अंश तक हो तो सात रती का पन्ना ठीक रहता है | यदि बुध बीस अंश तक रहे तो पांच रती का पन्ना ठीक रहता है | एक अनुमान के अनुसार अपना जितना वजन है उसके अनरूप रत्न पहनना चाहिए जैसे अगर आपका वजन 60 किलो है तो सवा 6 रती का पन्ना पहनना चाहिए |
मोती रत्न
मोती शुक्र और चंद्र ग्रह से संबंधित रत्न है | मोती हमेशा चांदी के साथ पहना जाता है | शुक्ल पक्ष सोमवार के दिन मोती खरीदना अच्छा होता है | हम आपको मोती को पूर्णिमा के दिन खरीदने की भी सलाह देते हैं | सिंह, तुला और धनु लग्न वाले जातकों को कुछ विशेष ग्रह दशाओं में ही मोती पहनने की सलाह दी जाती है. क्योंकि मोती का संबंध चंद्रमा से होता है इसलिए मोती धारण करने से व्यक्ति का मन मजबूत और दिमाग प्रबल होता है | मोती उन जातकों के लिए भी उपयोगी है जो नीच के चंद्रमा की समस्याओं से परेशान है | चंद्रमा क्षीण हो या सूर्य के साथ हो तब भी मोती पहना जा सकता हैं। कुंडली में अगर चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो भी चंद्रमा का बल बढ़ाने के लिए मोती धारण कर सकते हैं। मीन लग्न वाले जातकों की कुंडली में चन्द्रमा पांचवे घर का मालिक होता है, ये स्थान शुभ होता है,इसलिए मीन राशि के लोगो को मोती अवश्य पहनना चाहिए।अत्यधिक भावुक लोगों और क्रोधी लोगों को मोती नहीं पहनना चाहिए | ज्योतिष के मुताबिक, मेष, कर्क, तुला, और मीन लग्न के लिए मोती पहनना सबसे शुभ माना गया है। तो वही सिंह, वृश्चिक और धनु लग्न वाले विशेष दशाओं और ग्रहों की स्थितियों में मोती धारण कर सकते हैं। वृष, मिथुन, कन्या, मकर और कुम्भ लग्न के लिए मोती धारण करना नुकसानदायक है। मोती के साथ हीरा, पन्ना, नीलम और गोमेद धारण करने से नुकसान होता है।इसे धारण करने से व्यक्ति अपने गुस्से पर काबू करना सीख जाता है। सर्दी जुकाम की समस्याएं दूर होती हैं और मन में सकारात्मक विचारों का प्रवाह बढ़ने लगता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मोती का संबंध मां लक्ष्मी से माना जाता है। मोती को धारण करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
असली और नकली मोती का लगभग एक जैसा ट्रांसलूसेंट कलर होता है,जो मोती की ऊपरी सतह पर दिखता है। अच्छी क्वालिटी वाले मोतियों में यह चमक हमेशा रहती है। उनमें एक बहुत हल्के गुलाबी रंग की चमक भी होती है। अगर आपका मोती डल लग रहा है या उसमें डेप्थ नहीं है तो इसका मतलब वो नकली है।
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