एंजायटी,तनाव ,घवराहट,चिंता दूर करे
वीरासन,बालासन,त्रिकोणासन,दण्डासन,उत्तरासान,पश्चिमोत्तानासन आदि आसन करने से इस रोग में फायदा होता है | कम से कम 6 बार ॐ का उचारण करे | दोनों हाथो की हथेली के मद्य भाग को दस बार हल्के हल्के दबाये | हर व्यक्ति को किसी घटना, स्थिति को लेकर डर या चिंता रहती है। लेकिन अगर चिंता का स्तर लंबे समय तक बना रहे, या व्यक्ति इसे नजरअंदाज करे, तो यह एंग्जायटी अटैक का रूप ले लेती है। एंग्जायटी अटैक में व्यक्ति हर वक्त चिंता, डर और बेचैनी का अनुभव करता है। उसकी दिल की धड़कन तेज होने लगती है और घुटन की हद तक सांस फूलने लगती है।एंग्जायटी के कारण,उत्तेजित हो जाना,घबराहट हो जाना,थकान हो जाना,ध्यान देने में मुश्किल होना चिड़चिड़ापन होना,मांसपेशियों में तनाव,सोने में समस्या होना,घबराहट का दौरा पड़ना जैसे लक्षण व्यक्ति में दिखने लगते है |घबराहट की समस्या से बचने के लिए ऐसे रोगी को गिनती करना,हल्के व्यायाम करना ,सैर करना ,मंत्र जाप करना ,अकेलेपन से दूर रहना ,योग व ध्यान करने का आभ्यास करना चाहिए । सभी ऐसी बातों, वातावरण व कार्यो से दूर रहें जो आपके लिए मानसिक तनाव को बढ़ाने का काम करते हो। दौरा आने पर दिए हुए तरीके अपनाएं तो पल में दूर होगी सभी मुश्किल | शाकाहारी भोजन का सेवन अधिक करें। कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन सीमित करें | शराब व नशीले पथार्ठो का सेवन ना करे | ज्यादातर लोग शराब व अन्य नशा सिर्फ इसलिए करते हैं कि इससे चिंता व तनाव दूर होगा | होता इससे उलत है शरीर में रोगों से लड़ने की ताकत खत्म हो जाती है। बासी खाने से बचे | तला भुना कम खाए |जन्म कुंडली दिखाने के लिए व बनवाने हेतु संपर्क करें-
जन्म कुंडली विशेषज्ञ व सलाहकार शर्मा जी
9312002527,9560518227
विडिओ देखने के लिए क्लिक करे-
jankarikal@gmail.com
शीत पित्त रोग के उपाय हो सके तो प्रेषित करें।
जवाब देंहटाएं